
TNR न्यूज़, सूरजपुर।
सूरजपुर जिले के भटगांव थाना क्षेत्र की है, जहां एक मामूली पारिवारिक कहासुनी ने एक नाबालिग छात्रा की जान ले ली। बताया जा रहा है कि बरपारा क्षेत्र में रहने वाले राजेंद्र प्रसाद की 16 वर्षीय बेटी नेहा, जो कक्षा 10वीं की छात्रा थी, ने पिता की डांट से आहत होकर आत्मघाती कदम उठा लिया।
रविवार की दोपहर नेहा अपने एक दोस्त के घर से घूमकर लौटी थी। गर्मी काफी तेज थी और इसी बात को लेकर उसके पिता ने नाराज़गी जाहिर करते हुए उसे फटकार लगा दी। यह डांट नेहा को इतनी भारी लग गई कि उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया। थोड़ी देर बाद जब उसकी छोटी बहन कमरे में पहुंची, तो नेहा खून से लथपथ ज़मीन पर पड़ी तड़प रही थी। उसके गले से खून बह रहा था, जिसे देखकर परिजनों में हड़कंप मच गया।
परिजनों ने बिना देर किए उसे मिशन अस्पताल अंबिकापुर पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे भर्ती कर इलाज शुरू किया। लेकिन दुर्भाग्यवश गले पर गहरा घाव होने और अधिक रक्तस्राव के चलते सोमवार तड़के करीब डेढ़ बजे नेहा की मौत हो गई। डॉक्टरों के मुताबिक, घाव इतना गंभीर था कि वह कुछ बोल भी नहीं सकी।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। रिपोर्ट के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और आगे की जांच जारी है।
यह दुखद घटना कई सवाल खड़े करती है—
क्या आज के किशोर भावनात्मक रूप से इतने असुरक्षित हो गए हैं कि छोटी सी डांट भी उन्हें तोड़ देती है? यह परिवारों और समाज के लिए आत्मचिंतन का विषय है कि बच्चों से संवाद किस तरह किया जाए, ताकि वे ऐसे खौफनाक कदम न उठाएं।