
TNR न्यूज़, रायपुर। 27 अप्रैल का इतिहास:
समय के झरोखे से एक नजर, अप्रैल के दिन इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाएँ घटीं, जिनका प्रभाव विश्व और भारत दोनों पर पड़ा। आइए जानते हैं आज के दिन की कुछ प्रमुख ऐतिहासिक झलकियाँ:
प्रमुख ऐतिहासिक घटनाएँ
1526 — पानीपत की पहली लड़ाई: बाबर ने इब्राहिम लोदी को हराकर दिल्ली सल्तनत का अंत किया और भारत में मुग़ल शासन की नींव रखी।
1565 — सीरिया के दमिश्क में भयंकर भूकंप आया, जिसमें हजारों लोगों की जान गई।
1960 — पश्चिमी अफ्रीकी देश टोगो ने फ्रांस से स्वतंत्रता हासिल की।
1961 — सिएरा लियोन ब्रिटिश उपनिवेश से स्वतंत्र हुआ और खुद को गणराज्य घोषित किया।
1986 — चेर्नोबिल परमाणु हादसे के बाद पहली बार सोवियत संघ ने विकिरण दुर्घटना की खबर सार्वजनिक की।
1992 — रूस और 12 अन्य पूर्व सोवियत गणराज्यों ने औपचारिक रूप से अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की सदस्यता ली।
1994 — दक्षिण अफ्रीका में रंगभेदी नीति के अंत के बाद पहली बार स्वतंत्र और निष्पक्ष आम चुनाव हुए। नेल्सन मंडेला राष्ट्रपति चुने गए।
2005 — A380, दुनिया का सबसे बड़ा यात्री विमान, अपनी पहली परीक्षण उड़ान पर रवाना हुआ।
27 अप्रैल को जन्मे प्रसिद्ध व्यक्तित्व
1791 — सैमुएल मोर्स, मोर्स कोड प्रणाली के आविष्कारक और दूरसंचार के जनक।
1822 — हर्बर्ट स्पेंसर, प्रसिद्ध अंग्रेजी दार्शनिक और समाजशास्त्री।
1903 — यशवंतराव चव्हाण, स्वतंत्रता सेनानी और महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री।
1927 — कोरेटा स्कॉट किंग, अमेरिकी नागरिक अधिकार कार्यकर्ता और मार्टिन लूथर किंग जूनियर की पत्नी।
1932 — फिरोज खान, भारतीय अभिनेता और निर्माता-निर्देशक।
27 अप्रैल को हुए प्रसिद्ध निधन
1526 — इब्राहिम लोदी, दिल्ली सल्तनत का अंतिम सुल्तान।
1937 — एंटोनियो ग्राम्शी, प्रसिद्ध इटालियन मार्क्सवादी विचारक।
2007 — मुशर्रफ अली फारूकी, प्रसिद्ध उर्दू लेखक।
रोचक तथ्य
YouTube की शुरुआत का पहला सार्वजनिक वीडियो, “Me at the zoo”, 27 अप्रैल 2005 को अपलोड किया गया था।
दुनिया का सबसे बड़ा यात्री विमान Airbus A380, 27 अप्रैल 2005 को पहली बार उड़ान भरने में सफल रहा।
27 अप्रैल को दक्षिण अफ्रीका में “फ्रीडम डे” (स्वतंत्रता दिवस) के रूप में मनाया जाता है।
27 अप्रैल न सिर्फ युद्ध और राजनीतिक बदलावों का गवाह बना है, बल्कि इस दिन विज्ञान, तकनीक और मानवाधिकार आंदोलनों में भी ऐतिहासिक प्रगति हुई। आज के दिन को याद करना हमें यह सिखाता है कि परिवर्तन ही इतिहास का स्थायी नियम है।