
TNR न्यूज़, रायपुर। देश के लोकतांत्रिक इतिहास में काले अध्याय के रूप में दर्ज 1975 की आपातकाल की आज 50वीं वर्षगांठ है। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी ने रायपुर में ‘काला दिवस’ के रूप में आयोजन कर उन तमाम लोकतंत्र सेनानियों को याद किया, जिन्होंने आपातकाल के दौरान अत्याचारों का सामना किया और जेल की यातनाएं झेली थीं।
कार्यक्रम का आयोजन छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री निवास परिसर में किया गया, जहाँ राज्य के कई वरिष्ठ भाजपा नेताओं, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इस विशेष समारोह में आपातकाल के दौरान जेल में बंद रहे लोकतंत्र सेनानियों को सम्मानित किया जाएगा।
हमने विशेष रूप से उन बुज़ुर्ग लोकतंत्र सेनानियों के अनुभवों को भी सुना जो आपातकाल के दौरान रायपुर और अन्य जेलों में बंद रहे थे। उनकी आंखों में आज भी उस संघर्ष की झलक और लोकतंत्र के प्रति अटूट विश्वास दिखा।
भाजपा द्वारा इस ‘काले दिवस’ के आयोजन का उद्देश्य न केवल अतीत को याद करना है, बल्कि वर्तमान और भविष्य को भी सतर्क करना है कि लोकतंत्र की नींव को कभी कमजोर न होने दिया जाए।