TNR न्यूज़, रायपुर।
छत्तीसगढ़ सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) कर्मचारियों की मांगों और सेवा समाप्ति के विरोध में आज प्रदेश-भर में एक दिन का काम बंद रखा। महासंघ के सदस्य विभिन्न जिलों में धरना स्थलों पर पहुँचे और समर्थन जताया। इस दौरान सभी माननीय मंत्री एवं विधायकों के नाम ज्ञापन जिला कलेक्टरों को सौंपे गए।
गौरतलब है कि 18 अगस्त से करीब 16 हजार एनएचएम कर्मचारी नियमितीकरण, नौकरी सुरक्षा, संविलियन, ग्रेड पे, अनुकंपा नियुक्ति सहित दस सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। आंदोलन के दौरान 25 पदाधिकारियों की सेवाएं समाप्त करने से कर्मचारियों में रोष है। महासंघ के सचिव श्रीकांत लास्कर और उपाध्यक्ष संजय सोनी ने बताया कि सरकार के कड़े रुख से प्रदेश के सभी संविदा कर्मचारी असंतोष में हैं और मुख्यमंत्री से शीघ्र हस्तक्षेप की अपेक्षा की गई है।
संविदा फेडरेशन ने कहा कि यदि मांगों पर सकारात्मक कदम नहीं उठाए गए, तो राज्य के अन्य संविदा कर्मचारी भी बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
महासंघ ने यह भी स्मरण कराया कि पिछली सरकार के समय 54 विभागों के संविदा कर्मचारियों ने 31 दिवसीय आंदोलन के बाद 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि की घोषणा पाई थी, किंतु एनएचएम समेत कई विभागों को आज तक उसका लाभ नहीं मिला। भाजपा के “मोदी की गारंटी” वादे के तहत 100 दिन में समिति गठित कर समस्याएं सुलझाने की बात कही गई थी, जिसके लिए निहारिका बारीक सिंह की अध्यक्षता में समिति बनी, परंतु अब तक उसकी कार्यवाही सामने नहीं आई।
आज रायपुर में विधायक मोतीलाल साहू, पुरंदर मिश्रा, राजेश मूणत और सुनील सोनी की उपस्थिति में संविदा संघ ने 61 पृष्ठों का ज्ञापन रायपुर कलेक्टर को सौंपा। कार्यक्रम में रायपुर जिले के संविदा कर्मचारियों की बड़ी संख्या मौजूद रही।
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