
TNR न्यूज़, रायपुर।
राजधानी में संपत्ति कर समेत अन्य करों का भुगतान न करने वालों पर नगर निगम ने सख्त रुख अपना लिया है। नगर निगम रायपुर अब उन डिफाल्टर बकायादारों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है, जिन्होंने तमाम नोटिसों और मोहलत के बावजूद टैक्स नहीं चुकाया।
नगर निगम के अपर आयुक्त यूएस अग्रवाल ने जानकारी दी कि इस वित्तीय वर्ष में कर वसूली का लक्ष्य 325 करोड़ रुपए रखा गया था। अब तक 294 करोड़ रुपए की वसूली हो चुकी है, जो पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर है। वर्ष 2023-24 में कुल 280 करोड़ की वसूली हुई थी। यानी इस बार निगम ने 14 करोड़ रुपए अधिक वसूले हैं।
टैक्स भुगतान के लिए दो दिन की अंतिम मोहलत
नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा नगरीय निकाय चुनाव के चलते टैक्स वसूली पर पड़े असर को देखते हुए एक महीने की अतिरिक्त अवधि दी गई थी। इस दौरान निगम ने 6 करोड़ रुपए से अधिक की अतिरिक्त वसूली की। अब करदाताओं को केवल दो दिन का समय और दिया गया है, जिसके बाद डिफाल्टरों के खिलाफ मैदान में कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
अब लगेगा सरचार्ज, बढ़ेगा आर्थिक बोझ
नगर निगम अधिकारियों ने बताया कि वित्तीय वर्ष के भीतर टैक्स चुकाने पर करदाताओं को कई श्रेणियों में छूट दी जाती है। लेकिन देरी करने पर टैक्स के साथ सरचार्ज भी जोड़ दिया जाता है, जिससे राशि बढ़ जाती है। ऐसे में नागरिकों को समय पर टैक्स अदा करने की सलाह दी गई है।
कई वर्षों से नहीं चुकाया टैक्स, होगी सख्त कार्रवाई
नगर निगम की नजर अब उन बकायादारों पर है जो वर्षों से टैक्स नहीं चुका रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार, नोटिस भेजे जाने और वसूली अभियान चलाने के बावजूद इन डिफाल्टरों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। ऐसे मामलों में अब जब्ती और कुर्की जैसी सख्त कार्रवाई की जा सकती है।
नगर निगम का कहना है कि जनहित में आवश्यक सेवाओं को बनाए रखने के लिए टैक्स वसूली बेहद जरूरी है। जनता से अपील की गई है कि वे अंतिम तारीख से पहले अपने टैक्स का भुगतान करें और दंडात्मक कार्रवाई से बचें।