TNR न्यूज़, रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ में एक बार फिर बड़ी कार्रवाई करते हुए रायपुर और भिलाई में कई स्थानों पर छापेमारी की है। गुरुवार सुबह से जारी इस अभियान में सहेली ज्वेलर्स, किशोर राइस मिल सहित भिलाई के बड़े बिल्डर अजय चौहान और आशीष वर्मा के ठिकानों पर तलाशी ली जा रही है।

सूत्रों के मुताबिक, ईडी की टीम ने कुल 14 स्थानों पर दबिश दी है, जहां वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े दस्तावेजों की जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग और संदिग्ध लेन-देन से जुड़ी जांच का हिस्सा है।

 

किन ठिकानों पर चल रही छानबीन?

ईडी की टीमें रायपुर और भिलाई के विभिन्न ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। इनमें प्रमुख रूप से:

सहेली ज्वेलर्स (रायपुर)

किशोर राइस मिल

बिल्डर अजय चौहान और आशीष वर्मा के ठिकाने (भिलाई)

इसके अलावा, अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों और कारोबारियों के आवासों पर भी जांच जारी है।

 

कार्रवाई की वजह क्या?

ईडी को संदेह है कि इन संस्थानों और व्यक्तियों के जरिए हवाला कारोबार, कर चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी गतिविधियाँ की जा रही हैं। इस मामले में कई अहम दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड जब्त किए जाने की खबर है।

 

पहले भी हो चुकी हैं छापेमारियाँ

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ महीनों में ईडी की लगातार छापेमारियाँ देखने को मिली हैं। इससे पहले भी खनन घोटाले, शराब घोटाले और हवाला कारोबार से जुड़े मामलों में कई व्यापारियों और राजनेताओं पर कार्रवाई हो चुकी है।

 

भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल यहां

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के ठिकानों पर छापेमारी की है। ईडी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, यह छापेमारी शराब घोटाले से संबंधित जांच के सिलसिले में की गई है, जिसमें कुल 15 स्थानों पर रेड की गई।

 

आगे की कार्रवाई

ईडी की टीम अभी दस्तावेजों की गहन जांच कर रही है। यदि कुछ ठोस सबूत मिलते हैं, तो संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ और गिरफ्तारी भी संभव है। इस छापेमारी से व्यापार जगत में हड़कंप मच गया है, और सभी की नजरें अब इस मामले में ईडी की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं।

 

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