
TNR न्यूज़, रायपुर।
रामनगर स्थित गुलमोहर पार्क में पांच वर्षीय दिव्यांश की दर्दनाक मौत के मामले में नगर निगम की जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट निगम आयुक्त को सौंप दी है। रिपोर्ट के आधार पर निगम आयुक्त विश्वदीप ने प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़ी सब इंजीनियर अंकिता अग्रवाल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है, जबकि दो अन्य इंजीनियरों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश जारी किए गए हैं।
निलंबन और जांच की कार्यवाही
रिपोर्ट में इंजीनियरों की लापरवाही और कार्य के प्रति गैर-जिम्मेदार रवैये को मौत का कारण माना गया है। सब इंजीनियर अंकिता अग्रवाल पर यह आरोप है कि उन्होंने अपने कर्तव्यों का निर्वहन ठीक से नहीं किया और सुरक्षा के जरूरी पहलुओं की अनदेखी की। उन्हें निलंबन की अवधि में नगर निगम के जोन-1 में अटैच किया गया है।
इसके साथ ही पीएम आवास योजना से जुड़े सहायक अभियंता योगेश यदु और तत्कालीन सहायक अभियंता (वर्तमान में अधीक्षण अभियंता) राजेश राठौर के खिलाफ विभागीय जांच शुरू की जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक, राजेश राठौर उस समय सहायक अभियंता थे जब गुलमोहर पार्क में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 288 मकानों का निर्माण कार्य चल रहा था।
सेप्टिक टैंक से जुड़ी चूक
जांच में यह भी सामने आया है कि प्रोजेक्ट की ड्राइंग और डिजाइन में सेप्टिक टैंक से निकलने वाले पानी के लिए आउटलेट की योजना थी, लेकिन उसे ठीक से अमल में नहीं लाया गया। परियोजना वर्ष 2018 में पूर्ण हुई और ठेकेदार को भुगतान भी कर दिया गया, बावजूद इसके यह गंभीर खामी नजरअंदाज की गई, जो अंततः एक मासूम की जान जाने की वजह बनी।
ठेकेदार की भूमिका अभी जांचाधीन
फिलहाल इस मामले में निर्माण कार्य से जुड़ी ठेकेदार फर्म मेसर्स मधुसुदन अग्रवाल की भूमिका की जांच अभी पूरी नहीं हो सकी है। निगम को फर्म की ओर से जवाब का इंतजार है। रिपोर्ट में इस फर्म की जवाबदेही भी अहम मानी जा रही है।
अब आगे क्या?
नगर निगम प्रशासन ने साफ किया है कि यह प्रारंभिक कार्रवाई है और दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। मृतक बालक दिव्यांश के परिवार को न्याय दिलाने के लिए सभी पहलुओं की गहन जांच जारी है।