
TNR न्यूज़, रायपुर।
धमतरी जिले के भखारा, दुगली और नगरी थाना क्षेत्र में हुई तीन बड़ी चोरी की घटनाओं का पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी मामले एक ही गिरोह द्वारा अंजाम दिए गए थे, जिनमें लाखों रुपये की नकदी और जेवरात चोरी हुए थे।
पहली घटना – भखारा क्षेत्र:
23 अप्रैल को एक महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि वह सुबह 7 बजे घर में ताला लगाकर काम पर गई थी। करीब 11:30 बजे जब वह खाना खाने घर लौटी तो देखा कि घर का दरवाज़ा टूटा हुआ है और अंदर का सामान बिखरा पड़ा है। अलमारी से सोने-चांदी के जेवरात और 40 हजार नकद समेत कुल 86 हजार रुपये की चोरी हो गई थी। इस मामले में थाना भखारा में अपराध क्रमांक 53/2025 दर्ज किया गया।
दूसरी घटना – सिरकट्टा, थाना दुगली:
24 अप्रैल को सिरकट्टा निवासी मनसुख राम नेताम ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके घर से 1.45 लाख रुपये का सामान चोरी हुआ है। पुलिस को दोनों घटनाओं की तफ्तीश के दौरान एक जैसी कार्यप्रणाली, आरोपियों के हुलिए और उनके द्वारा प्रयुक्त मोटरसाइकिल में समानता नजर आई, जिसके बाद एक विशेष टीम का गठन किया गया।
जांच और गिरफ्तारी:
सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की सूचना के आधार पर पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों – देवनारायण सारथी उर्फ झब्बू (निवासी नारी, थाना कुरूद) और लोकेश साहू (निवासी कोकड़ी, थाना कुरूद) को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने भखारा, दुगली और अगस्त 2024 में नगरी थाना क्षेत्र के सम्बलपुर गांव में भी चोरी की थी।
चोरी का माल बेचकर खर्च:
आरोपियों ने चोरी का जेवर टिकरापारा रायपुर और नवापारा राजिम में बेचने की बात कबूली है। प्राप्त रकम को सट्टा, जुआ और अन्य खर्चों में इस्तेमाल किया गया। पुलिस ने 58 हजार रुपये नकद, चोरी का जेवर और घटना में प्रयुक्त पल्सर मोटरसाइकिल जब्त की है।
जेल भेजे गए सोनार भी गिरफ्तार:
चोरी का माल खरीदने वाले दो सोनार – सोनराज सोनी (नवापारा राजिम) और विश्वजीत दलाई (रायपुर) को भी गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।
अपराधिक रिकॉर्ड:
देवनारायण सारथी पूर्व में भी चोरी और जुआ एक्ट के तहत गिरफ्तार हो चुका है, जबकि लोकेश साहू को गरियाबंद जिले में चोरी के मामले में गिरफ्तार किया गया था।
गिरफ्तार आरोपी:
1. देवनारायण सारथी उर्फ झब्बू (34), नारी, थाना कुरूद
2. लोकेश साहू (37), कोकड़ी, थाना कुरूद
3. सोनराज सोनी (30), नवापारा राजिम
4. विश्वजीत दलाई (40), टिकरापारा, रायपुर