TNR न्यूज़, बिलासपुर। धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने और इनकार करने पर पत्नी से मारपीट करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पीड़ित महिला ने अपने पति के खिलाफ सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई है। महिला का आरोप है कि उसका पति जबरन उसे और उनके दो बच्चों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर कर रहा है। जब उसने ऐसा करने से इनकार किया, तो पति ने बेल्ट से पीट-पीटकर उसे बुरी तरह घायल कर दिया।
शादी के बाद बदला पति का व्यवहार
पीड़िता के अनुसार, वह दलित समाज से ताल्लुक रखती है और साल 2016 में उसकी शादी हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार हुई थी। उस समय उसका पति भी हिंदू धर्म को मानता था। शुरुआती कुछ सालों तक सब कुछ सामान्य रहा, लेकिन फिर पति ने ईसाई धर्म को अपनाना शुरू कर दिया।
शुरुआत में पति ने उसे भरोसा दिलाया कि वह अपने धर्म का पालन कर सकती है, और वह अपने धर्म का पालन करेगा। लेकिन जैसे-जैसे समय बीता, पति का व्यवहार बदलने लगा। महिला ने बताया कि इस दौरान उनके दो बच्चे भी हुए, लेकिन पति का दबाव बढ़ता गया। उसने महिला को चर्च जाने और प्रार्थना करने के लिए मजबूर किया।
धर्म परिवर्तन का बढ़ता दबाव और अत्याचार
पीड़िता ने बताया कि पति लगातार उसे ईसाई धर्म अपनाने के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने लगा। जब उसने धर्म परिवर्तन से इनकार किया, तो पति का गुस्सा बढ़ गया। वह आए दिन विवाद करने लगा और उसे मारने-पीटने लगा। हाल ही में जब महिला ने साफ इनकार कर दिया, तो पति ने बेल्ट से उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी।
थाने में शिकायत, जांच में जुटी पुलिस
बेल्ट से पिटाई के बाद पीड़िता ने हिम्मत जुटाकर सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है।
पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और सभी तथ्यों की पुष्टि के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और आगे की जांच जारी है।
बढ़ते धर्मांतरण विवादों पर सवाल
बिलासपुर में यह मामला ऐसे समय में सामने आया है, जब देशभर में धर्म परिवर्तन को लेकर बहस छिड़ी हुई है। ऐसे मामलों में जबरन धर्मांतरण, पारिवारिक कलह और सामाजिक तनाव जैसी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं।
इस घटना ने फिर से यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या धर्म परिवर्तन का दबाव किसी भी रिश्ते को बर्बाद कर सकता है? पुलिस की जांच के बाद इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है, यह देखना अहम होगा।