
आज का पंचांग, 4 जुलाई 2025: पंचांग (Panchang) हिंदू कैलेंडर का एक महत्वपूर्ण भाग है, जो किसी भी दिन के शुभ-अशुभ समय, ग्रहों की स्थिति और धार्मिक घटनाओं की जानकारी देता है। यह वैदिक ज्योतिष पर आधारित होता है और इसे पांच प्रमुख अंगों से मिलकर बनाया जाता है।
4 जुलाई 2025 – शुक्रवार (आषाढ़ शुक्ल नवमी)
🔸 तिथि: शुक्ल नवमी – दोपहर लगभग 2:06 PM से शाम 4:31 PM तक
🔸 वार: शुक्रवार
🔸 माह: आषाढ़ (शुक्ल पक्ष)
🔸 नक्षत्र: चित्रा – दोपहर ~4:44 तक
🔸 योग: शिव (रवि योग भी मौजूद रहेगा दोपहर ~7:27 तक)
🔸 करण: कौवाला – दोपहर ~4:32 तक, फिर तैतिल
🔸 चंद्र राशि: तुला
🔸 सूर्योदय: लगभग 5:27 – 5:31 AM
🔸 सूर्यास्त: लगभग 7:18 – 7:23 PM
शुभ मुहूर्त
अभिजीत मुहूर्त: 11:57 AM – 12:52 PM
विजया मुहूर्त: 2:45 PM – 3:40 PM
अन्य शुभ काल
ब्राह्म मुहूर्त: लगभग 4:07 – 4:48 AM
अमृत काल: 9:38 – 11:26 AM
गोधूली मुहूर्त: लगभग 7:22 – 7:42 PM
अशुभ समय
राहुकाल: लगभग 10:41 – 12:26 PM
गुलिक काल: ~7:12 – 8:57 AM
यमगण्ड: ~3:54 – 5:39 PM
आडल व विडाल योग: दिन का कुछ समय अनुचित
विशेष संयोग
चंद्रमा तुला राशि में और चित्रा नक्षत्र के साथ मिलता-जुलता, इस दिन का संयोजन बौद्धिक स्पष्टता और मानसिक शांति लाता है ।
शिव योग और थोड़ा रवि योग भी मिलकर यह दिन धार्मिक अनुष्ठानों, पूजा, मंत्र जाप और नए कार्यों के शुभ आरंभ हेतु अनुकूल बनाता है ।
व्रत / पूजा / उपाय
शुक्ल नवमी व्रत: देवी दुर्गा, शक्तिपीठ या अपने इष्ट देव की पूजा हेतु उपयुक्त।
शुक्रवार का व्रत: माता लक्ष्मी या शिव जी को समर्पित, शुक्रवार को रखा जा सकता है ।
पूजा सुझाएं: शिव, लक्ष्मी व देवी दुर्गा की त्रिपुष्ट पूजा इस दिन विशेष लाभदायक मानी जाती है।
आज क्या करें (और क्या न करें)
शुभ कार्यों में शुरुआत: योग्यता पूर्वक, अभिजीत या विजया मुहूर्त में कोई भी पूजन, बुकिंग, सौदा या यात्रा करें।
राहुकाल / यमगण्ड / गुलिक आदि काल में कोई भी प्रमुख निर्णय, यात्रा या करार न करें।