TNR न्यूज़, रायपुर। होली के त्योहार पर छत्तीसगढ़ में शराब की खपत हर साल नए रिकॉर्ड बनाती जा रही है। इस बार भी यह ट्रेंड जारी रहा, हालांकि कुछ जिलों में बिक्री में मामूली गिरावट दर्ज की गई।
होली पर ड्राई डे, फिर भी जमकर हुई बिक्री
छत्तीसगढ़ सरकार ने 14 मार्च 2025 को ड्राई डे घोषित किया था, जिसके तहत सभी सरकारी और निजी शराब दुकानें बंद रहीं। इसके बावजूद, लोगों ने पहले से ही शराब का स्टॉक कर लिया था, जिससे होली से पहले की बिक्री में भारी उछाल देखा गया।
पिछले साल की तुलना में क्या बदला?
2024 में रायपुर जिले में होली के एक दिन पहले और उसके अगले दिन मिलाकर करीब 50 करोड़ रुपए की शराब बिकी थी। इससे यह स्पष्ट होता है कि होली के मौके पर शराब की खपत में हर साल इजाफा हो रहा है।
हालांकि, 2025 में रायपुर जिले में बिक्री में हल्की गिरावट दर्ज की गई।
2024 में: 19.32 करोड़ रुपए की बिक्री
2025 में: 18.08 करोड़ रुपए की बिक्री
विशेषज्ञों का मानना है कि इस गिरावट का कारण यह हो सकता है कि लोगों ने पहले से ही शराब का स्टॉक कर लिया था, जिससे अंतिम समय में बिक्री अपेक्षाकृत कम हुई।
कोरबा बना नया चैंपियन, एक दिन में 4 करोड़ की बिक्री
इस बार होली पर शराब की बिक्री के मामले में कोरबा जिले ने नया रिकॉर्ड बनाया।
एक ही दिन में 4 करोड़ रुपए की शराब बिकी।
इसमें 2.70 करोड़ रुपए की विदेशी और 1.30 करोड़ रुपए की देशी शराब शामिल रही।
राज्य के राजस्व में बड़ा योगदान
छत्तीसगढ़ में शराब की बिक्री से सरकार को हर साल बड़ी मात्रा में राजस्व प्राप्त होता है। होली जैसे त्योहारों पर यह खपत और भी बढ़ जाती है, जिससे राज्य सरकार की आमदनी में उल्लेखनीय वृद्धि होती है।
क्या कहती है यह प्रवृत्ति?
हर साल होली पर शराब की मांग बढ़ती जा रही है, जिससे यह साफ संकेत मिलता है कि त्योहार के दौरान लोग अधिक मात्रा में शराब खरीदते और सेवन करते हैं। हालांकि, इसके सामाजिक और स्वास्थ्य संबंधी प्रभावों पर भी विचार करना आवश्यक है।