मानसिक स्वास्थ्य पर डी.बी.आर. गर्ल्स पीजी कॉलेज में दो दिवसीय कार्यशाला और प्रतियोगिताओ का समापन
TNR न्यूज – Raipur : शासकीय दू. ब. महिला महाविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय मानसिक स्वास्थ्य कर्यशाला” माइंड मैटर्स: ब्रेकिंग द साइलेंस “का आज समापन हुआ। इस कार्यशाला के आयोजक समिति के सदस्य डॉ ऋचा शर्मा, डाॅ. मिनी एलेक्स, डॉ. गौतमी भतपहरी, विनीता साहू ।
प्रथम सत्र मे आज की मुख्य वक्ता डॉ. उषाकिरण अग्रवाल प्राचार्य शासकीय महाविद्यालय धमधा रही, उन्होने मानसिक स्वास्थ्य के भारतीय दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला और कहा कि तनाव या समस्या से ऎॆस्केेप, अवोइडेंस या विथड्रा दृष्टिकोण नहीं अपनाना चाहिए बल्कि खुल कर बात करनी चाहिए ।
डीएमएचपी टीम रायपुर ने द्वितीय समूह को मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता पर एकटिवीटी करवाइ। कार्यशाला के द्वितीय सत्र में डॉ. मिथिलेश चौधरी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रायपुर ने अपनी उपस्थिति दी तथा छात्राओं से कार्यशाला के संबंध में उसकी उपयोगिता के संबंध में बातचीत की ।
महाविघालय की प्रचार्य डाँ किरण गजपाल ने स्वास्थ्य विभाग तथा cgcost को धन्यवाद दिया और उनके सुझाव कि प्रत्येक 3 महीने में इस प्रकार की कार्यशाला आयोजित की जानी चाहिए को स्वीकार किया तथा महाविद्यालय के प्रत्येक छात्रा के मानसिक स्वास्थ्य के दिशा में कार्य करने की प्रतिबद्धता को स्पष्ट किया ।अंतिम सत्र मे भूमिका गिजारे, मनोवैज्ञानिक ने कहा कि आकर्षण और अ्फरमेशन के नियम के माध्यम से अपनी ऊर्जा को बढाकर हम अपने मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा कर सकते है।
पोस्टर प्रतियोगिता में 22 प्रतिभागी और वीडियो शॉर्ट्स प्रतियोगिता में 8 प्रतिभागी शामिल हुए। पोस्टर प्रतियोगिता में विजेता रहीं मेघा कोसरे, सलमा खान और निगार खातून छत्तीसगढ़ कॉलेज की, वीडियो रील प्रतियोगिता में विजेता खुशबू गिंधवानी, ज्योति सराफ और पवित्रा शर्मा रही ।समापन सत्र मे महाविघालय की प्रचार्य डॉ किरण गजपाल तथा भाठागांव महाविघालय के प्रचार्य डॉ राजेश दुबे ने पोस्टर तथा रील प्रतियोगिता के विजेताओ को पुरस्कार तथा प्रमाणपत्र प्रदान किया ।
इस कार्यशाला का उद्देश्य समाज में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाना और इसके महत्व को समझाना था।
कार्यशाला के अंतर्गत पोस्टर प्रतियोगिता और वीडियो शॉर्ट्स/रील्स प्रतियोगिता आयोजित की गईं, जिनमें छात्रों ने अपनी रचनात्मकता और विचारों के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की ।
कार्यशाला के दौरान छात्राओं ने अपने विचारों और रचनात्मकता के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूकता फैलाने का प्रयास किया। आयोजकों ने छात्राओं की प्रतिभा और उनके प्रयासों की सराहना की और इस विषय पर अधिक खुला संवाद करने के लिए प्रेरित किया।
इस कार्यक्रम ने मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और छात्रों को इस विषय पर जागरूक और संवेदनशील बनाने में सफलता प्राप्त की।
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