
TNR न्यूज़, रायपुर।
कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए दर्दनाक आतंकी हमले के बाद देशभर में सियासी घमासान तेज हो गया है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान जाने से पूरे देश में शोक की लहर है। हमले के बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर सुरक्षा चूक और खुफिया तंत्र की विफलता को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, वहीं भाजपा ने भी कांग्रेस पर पलटवार करते हुए तीखी प्रतिक्रिया दी है।
भाजपा सांसद संतोष पाण्डेय ने कांग्रेस नेताओं के बयानों पर हमला बोलते हुए कहा कि उनके वक्तव्यों को पाकिस्तान भी अपने पक्ष में इस्तेमाल कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया, प्रियंका वाड्रा और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयानों को पाकिस्तान के मंत्री दोहरा रहे हैं। संतोष पाण्डेय ने कहा,
“भूपेश बघेल के बयान के बाद पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने भी छत्तीसगढ़ में आंतरिक आतंकवाद का मुद्दा उठाया। यह चिंताजनक है कि कांग्रेस नेता अपने बयानों से शत्रु देश को मौका दे रहे हैं।”
इस बीच, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी पहलगाम हमले को लेकर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने इस हमले की तुलना 2013 के झीरम घाटी नक्सली हमले से करते हुए कहा कि “झीरम में भी नाम पूछकर लोगों को मारा गया था और यहां भी वैसी ही बर्बरता देखने को मिली।” बघेल ने आरोप लगाया कि हमले के समय सुरक्षा बल समय पर मौके पर नहीं पहुंचे और यह सीधे तौर पर इंटेलिजेंस फेलियर को दर्शाता है।
भूपेश बघेल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, “हमने घटना की निंदा करते हुए केंद्र सरकार को सहयोग देने की बात कही थी, लेकिन भाजपा ने केवल धर्म पूछकर हत्या किए जाने की बात को उछालकर माहौल को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल किया कि जब बार-बार सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट किया जाता है, फिर भी ऐसी घटनाएं क्यों नहीं रोकी जा पा रही हैं? उन्होंने मांग की कि इस हमले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों को सख्त सजा दी जानी चाहिए।
सियासी बयानबाजी तेज, जनता जवाब चाहती है
पहलगाम आतंकी हमले ने जहां देश को झकझोर दिया है, वहीं इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं। जनता अब इस सवाल का जवाब चाहती है कि आखिर सुरक्षा में चूक के लिए जिम्मेदार कौन है और भविष्य में ऐसे हमलों को रोकने के लिए सरकार की क्या रणनीति है।