TNR न्यूज़, रायगढ़। छत्तीसगढ़ – जिले के प्रगतिशील किसान विद्याधर पटेल को उनके नवाचार और उत्कृष्ट कृषि कार्यों के लिए राष्ट्रीय नवाचार किसान सम्मान-2025 से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान केंद्रीय इस्पात एवं भारी उद्योग मंत्री एच.डी. कुमारस्वामी द्वारा भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (IIHR) बैंगलोर में आयोजित गरिमामय समारोह में प्रदान किया गया।

छत्तीसगढ़ से एकमात्र किसान को मिला राष्ट्रीय सम्मान

देशभर के केवल 8 किसानों को इस प्रतिष्ठित सम्मान के लिए चुना गया था, जिनमें छत्तीसगढ़ से एकमात्र किसान के रूप में रायगढ़ जिले के ग्राम-कोड़केल, लैलूंगा विकासखंड के विद्याधर पटेल ने अपनी जगह बनाई। वे गेंदा फूल की खेती में नवाचारों के लिए “गेंदा बाबा” के नाम से प्रसिद्ध हैं।

पॉली बेग तकनीक से 30 लाख की कमाई

विद्याधर पटेल ने गेंदा फूल की खेती में पॉली बेग तकनीक का सफलतापूर्वक उपयोग कर 1.5 लाख पौधों की बिक्री से 30 लाख रुपये की उल्लेखनीय आय अर्जित की। उनकी इस सफलता ने कृषि जगत में नए आयाम स्थापित किए हैं और कई अन्य किसानों को प्रेरित किया है।

सम्मान प्राप्ति में कृषि विज्ञान केंद्र रायगढ़ की अहम भूमिका

विद्याधर पटेल को यह सम्मान इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर के मार्गदर्शन में मिला। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल, अनुसंधान सेवाओं के निदेशक डॉ. विवेक त्रिपाठी, और विस्तार सेवाओं के निदेशक डॉ. एस.एस. टुटेजा के नेतृत्व में कृषि विज्ञान केंद्र रायगढ़ की टीम ने उन्हें तकनीकी सहायता प्रदान की।

इस महत्वपूर्ण उपलब्धि में कृषि विज्ञान केंद्र रायगढ़ के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. बी.एस. राजपूत, वैज्ञानिक डॉ. मनीषा चौधरी, डॉ. के.डी. महंत, डॉ. के.एल. पटेल, डॉ. के.के. पैंकरा, और डॉ. सोलंकी सहित पूरे स्टाफ का सहयोग रहा।

विद्याधर पटेल – नवाचार के प्रतीक

विद्याधर पटेल की यह उपलब्धि केवल उनकी व्यक्तिगत सफलता नहीं है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के कृषि क्षेत्र के लिए भी गौरव का विषय है। उनकी तकनीक और मेहनत से अन्य किसान भी प्रेरणा लेकर अपनी खेती में नए प्रयोग कर सकते हैं। राष्ट्रीय नवाचार किसान सम्मान-2025 ने उन्हें एक बार फिर साबित कर दिया कि सही मार्गदर्शन और मेहनत से कोई भी किसान असाधारण उपलब्धियां हासिल कर सकता है।

 

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