
TNR न्यूज़, 29 अप्रैल: इतिहास के पन्नों से…
हर दिन की तरह 29 अप्रैल भी इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी रहा है। आज का दिन युद्धों से लेकर सांस्कृतिक उपलब्धियों और प्राकृतिक आपदाओं तक, विविध घटनाओं से भरा पड़ा है। आइए एक नजर डालते हैं:
महत्वपूर्ण घटनाएं:
1429 – फ्रांस की महान योद्धा जोआन ऑफ आर्क ने ऑर्लेन्स शहर की घेराबंदी तोड़ने के लिए अभियान शुरू किया। यह मध्यकालीन यूरोप के इतिहास का एक निर्णायक मोड़ था।
1854 – ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया राज्य में पहला पुलिस बल संगठित हुआ।
1939 – अमेरिका में न्यूयॉर्क वर्ल्ड फेयर का उद्घाटन हुआ था, जो तकनीकी और औद्योगिक विकास का भव्य प्रदर्शन था।
1945 – जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर ने बर्लिन में अपने अंतिम बंकर में एवा ब्राउन से विवाह किया। अगले ही दिन दोनों ने आत्महत्या कर ली थी।
1975 – वियतनाम युद्ध का अंत: सायगॉन पर वियतनामी सेना ने कब्जा किया, जिसे अब ‘हो ची मिन्ह सिटी’ कहा जाता है।
प्रसिद्ध व्यक्तित्वों से जुड़ी घटनाएं:
1913 – भारतीय फिल्म निर्देशक और पटकथा लेखक ऋषिकेश मुखर्जी का जन्म। उन्होंने ‘आनंद’, ‘गोलमाल’, ‘मिली’ जैसी यादगार फिल्मों का निर्देशन किया।
1955 – भारतीय क्रिकेटर डेविड जॉनसन का जन्म।
खास दिन:
अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस (International Dance Day):
1982 से हर साल 29 अप्रैल को जीन-जार्ज नोवेरे (नृत्य के महान सुधारक) की जयंती के सम्मान में अंतरराष्ट्रीय नृत्य दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य नृत्य कला के प्रति जागरूकता बढ़ाना है।
भारतीय सिनेमा से जुड़ी बड़ी घटना:
1913 – भारत की पहली फीचर फिल्म ‘राजा हरिश्चंद्र’ का प्रीमियर हुआ था।
दादा साहब फाल्के द्वारा बनाई गई इस मूक फिल्म ने भारतीय सिनेमा की नींव रखी। हालांकि इसका सार्वजनिक प्रदर्शन मई में हुआ था, लेकिन 29 अप्रैल को इसका प्रीव्यू शो आयोजित किया गया था।
भारत में साहित्य और पत्रकारिता:
1829 – भारत में प्रेस की आज़ादी के लिए संघर्ष का दौर चल रहा था।
इसी दौरान अंग्रेजों ने प्रेस को नियंत्रित करने के लिए कई कानूनों की शुरुआत की थी।
29 अप्रैल के आसपास ही बंगाल में प्रेस रेगुलेशन एक्ट पर बहस तेज हुई थी, जो बाद में भारतीय पत्रकारिता आंदोलन का हिस्सा बना।
स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा:
1947 में इसी समय के आस-पास भारत विभाजन की तैयारियां भी शुरू हो चुकी थीं।
29 अप्रैल 1947 के आसपास भारत और पाकिस्तान के बंटवारे से जुड़े कई गुप्त राजनीतिक वार्तालाप हुए थे, जिसमें पंजाब और बंगाल के बंटवारे पर चर्चा प्रमुख रही।