TNR न्यूज़, डोंगरगढ़: मालिक से नाराज होकर सबक सिखाने के इरादे से दो नौकरों ने लूट की झूठी कहानी रच दी। हालांकि, पुलिस की सख्ती के आगे उनकी साजिश ज्यादा समय तक टिक नहीं पाई। जांच के दौरान संदेह होने पर जब कड़ाई से पूछताछ की गई, तो आरोपियों ने सच उगल दिया। पुलिस ने नाबालिग समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और लाखों रुपए से भरे बैग को भी बरामद कर लिया।

कैसे हुआ फर्जी लूट का पर्दाफाश?

डोंगरगढ़ पुलिस के अनुसार, घटना 5 मार्च की रात की है। स्थानीय व्यवसायी स्पनील गुप्ता के बड़े भाई अंकित गुप्ता ने किसी काम को लेकर नौकर धनराज सिन्हा (22) को डांट दिया था। इससे नाराज होकर धनराज ने अपने नाबालिग भांजे के साथ मिलकर लूट की झूठी साजिश रच डाली।

आरोपी योजना के मुताबिक खुद ही गाड़ी रोककर उसका शीशा तोड़ दिए और पैसों से भरा बैग और मोबाइल लेकर प्रज्ञागिरी हनुमान मंदिर पहाड़ी में छिपा दिए। इसके बाद वे राजनांदगांव पहुंचे और मालिक को फोन कर लूट की झूठी कहानी सुना दी।

संदेह हुआ तो पुलिस ने खोली साजिश

लूट की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हुई और जांच शुरू कर दी। पूछताछ के दौरान दोनों के बयानों में अंतर पाया गया। बार-बार सवाल करने पर वे गोलमोल जवाब देने लगे, जिससे पुलिस को संदेह हुआ। जब कड़ाई से पूछताछ की गई, तो आखिरकार उन्होंने झूठी लूट की योजना कबूल कर ली।

पुलिस ने उनके बताए स्थान पर जाकर तलाशी ली, जहां से छिपाया गया बैग और मोबाइल बरामद हुआ।

आरोपियों पर कार्रवाई

डोंगरगढ़ पुलिस ने धनराज सिन्हा (22) को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जबकि नाबालिग को बाल न्यायालय भेज दिया गया।

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