मुंगेली ब्रेकिंग: कुसमी प्लांट हादसा के कौन है जिम्मेदार! अब तक चल रही रेस्क्यू…मौत का…TNR न्यूज़

 

छत्तीसगढ़ के मुंगेली में कुसुम स्टील प्लांट हादसे में तीन मजदूरों की मौत, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

TNR न्यूज़, मुंगेली। छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में स्थित कुसुम स्टील प्लांट में गुरुवार को हुए बड़े हादसे के बाद करीब 36 घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन अब प्रशासन की सफलता के साथ आगे बढ़ा है। 80 टन वजनी साइलो टैंक को आखिरकार हटा लिया गया है, जिसके बाद मलबे में फंसे मजदूरों को निकालने का काम तेज कर दिया गया है। इस बीच दो मजदूरों के शव बरामद किए गए हैं, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। वहीं, एक अन्य मजदूर की तलाश जारी है।

मजदूरों के परिजनों में नाराजगी

हादसे के बाद बचाव कार्य में देरी को लेकर मजदूरों के परिजनों ने प्रशासन पर नाराजगी जाहिर की है। परिजनों का कहना है कि राहत और बचाव कार्य तेज गति से नहीं किया गया, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गईं।

 

उपमुख्यमंत्री ने दी हरसंभव मदद का आश्वासन

घटना की गंभीरता को देखते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने देर रात घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने पीड़ित परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया और हादसे की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही।

 

घटनाक्रम: कैसे हुआ हादसा

कुसुम स्मेल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड पॉवर प्लांट में गुरुवार दोपहर करीब 1:09 बजे भारी भरकम साइलो (भंडारण टैंक) अचानक गिर गया। इस हादसे में चार मजदूर मलबे के नीचे दब गए। मौके पर राहत कार्य शुरू करते हुए एक मजदूर, मनोज कुमार धृतलहरे, को बाहर निकालकर इलाज के लिए बिलासपुर के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

रात करीब 11:30 बजे एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीमों ने साइलो टैंक को हटाकर मलबे में दबे दो और मजदूरों के शव बरामद किए। फिलहाल उनकी पहचान की जा रही है।

 

कुसुम स्टील प्लांट प्रबंधन पर FIR दर्ज

हादसे के बाद कुसुम स्टील प्लांट के ऑपरेशन मैनेजर अनिल प्रसाद, इंचार्ज अमित केडिया और अन्य प्रबंधकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। उनके खिलाफ अपराध क्रमांक 02/25 के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 106(1), 289 और 3(5) बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी गई है।

 

निष्कर्ष

कुसुम स्टील प्लांट हादसे में अब तक तीन मजदूरों की मौत हो चुकी है, जबकि एक अन्य मजदूर की तलाश जारी है। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है और दोषियों पर कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। घटना ने न केवल प्लांट प्रबंधन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि प्रशासन की तत्परता पर भी

सवालिया निशान लगाया है।

 

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