
TNR न्यूज़, कवर्धा।
कबीरधाम जिले में पुलिस के नाम पर लोगों से अवैध रूप से पैसे वसूलने वाले एक फर्जी दलाल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह (IPS) के दिशा-निर्देश पर यह त्वरित और निर्णायक कदम उठाया गया, जिससे आम नागरिकों में सुरक्षा और विश्वास का माहौल मजबूत हुआ है।
पुराने केस को ‘रफा-दफा’ कराने के नाम पर की वसूली
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम बितली निवासी मोतीराम साहू (48) ने थाना कवर्धा में शिकायत दर्ज कराई थी कि ग्राम भागूटोला निवासी कुंजराम साहू ने खुद को पुलिस से संबंध बताकर उनके पुराने आपराधिक मामले को रफा-दफा कराने का झांसा दिया। उसने फरवरी 2025 में ₹12,000 नगद वसूल लिए और हाल ही में ₹3,000 की और मांग कर रहा था। जबकि सच्चाई यह है कि संबंधित मामले में पुलिस द्वारा पहले ही विधिसम्मत चालान न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया गया था, जिसे रफा-दफा करना किसी भी व्यक्ति के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता।
फौरन दर्ज हुआ मामला, शुरू हुई कार्रवाई
शिकायत की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेन्द्र बघेल, पंकज पटेल और एसडीओपी कवर्धा कृष्ण कुमार चंद्राकर के मार्गदर्शन में थाना कवर्धा ने त्वरित जांच करते हुए आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 167/2025, धारा 308(2) BNS के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने साफ कर दिया है कि इस प्रकार की ठगी या दलाली को किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
फर्जी बिचौलियों पर पुलिस की सख्त नजर
कबीरधाम पुलिस ने स्पष्ट संदेश दिया है कि किसी भी नागरिक से पुलिस के नाम पर पैसा मांगना अपराध है। यदि कोई व्यक्ति खुद को पुलिस से जुड़ा बताकर, किसी केस को रफा-दफा कराने, जेल से बचाने या किसी अन्य लाभ के बदले धन की मांग करता है, तो उसकी सूचना तुरंत नजदीकी थाने या पुलिस अधिकारियों को दें।
साइबर ठगों से भी सावधान रहने की अपील
पुलिस ने हाल ही की घटनाओं का हवाला देते हुए यह भी बताया कि कुछ साइबर अपराधी ऑनलाइन दर्ज एफआईआर की जानकारी निकालकर खुद को पुलिसकर्मी बताकर लोगों से फोन पर पैसे मांग रहे हैं। यह एक गंभीर अपराध है और ऐसे तत्वों पर भी सतत निगरानी रखी जा रही है।
कबीरधाम पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि—
किसी भी अज्ञात या संदिग्ध व्यक्ति की बातों में न आएं, जो खुद को दलाल या पुलिसकर्मी बताकर आर्थिक लाभ की बात करे।
थाने की समस्त कार्यवाही कानूनी प्रक्रिया के अनुसार होती है, जिसमें किसी बाहरी व्यक्ति का हस्तक्षेप असंभव है।
यदि कोई फर्जी कॉल, संदेश या व्यक्ति धन की मांग करे तो बिना देरी किए पुलिस हेल्पलाइन या संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें।