TNR न्यूज़, रायपुर।
शासकीय दूधाधारी बजरंग महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में छत्तीसगढ़ रजत जयंती महोत्सव के अंतर्गत “छत्तीसगढ़ @ 2047” विषय पर एकदिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि नगर निगम रायपुर की महापौर श्रीमती मीनल चौबे रहीं। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि “युवा वर्तमान और भविष्य दोनों हैं। छत्तीसगढ़ निरंतर प्रगति कर रहा है और इसमें युवाओं की सक्रिय भागीदारी अत्यंत आवश्यक है। सामूहिक प्रयासों से ही शहर एवं राज्य का समग्र विकास संभव है।”
मुख्य वक्ता डॉ. शशांक शर्मा, अध्यक्ष, साहित्य अकादमी (छत्तीसगढ़ संस्कृति परिषद) ने बताया कि छत्तीसगढ़ 2047 के लिए राज्य शासन ने विशेष मिशन तैयार किया है, ताकि राज्य के चहुंमुखी विकास की योजना बनाई जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य गठन के बाद से जीडीपी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। धान उत्पादन, हस्तकला, औषधि और शिल्पकला ने छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई है।
महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. किरण गजपाल ने उद्घाटन उद्बोधन में कहा कि “रजत जयंती महोत्सव राज्य की उपलब्धियों का उत्सव है। शिक्षा, स्वास्थ्य, परिवहन, पर्यटन और अधोसंरचना के क्षेत्र में हुए परिवर्तन छत्तीसगढ़ की प्रगति के प्रतीक हैं।”
विशिष्ट वक्ता डॉ. प्रीति शर्मा (प्राचार्य, शासकीय शहीद नंदकुमार पटेल महाविद्यालय, बीरगांव) ने कहा कि छत्तीसगढ़ एक युवा राज्य है और यहां उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में तेजी से विकास हुआ है। IIT और IIM जैसे संस्थानों की स्थापना ने विद्यार्थियों को नई संभावनाएं प्रदान की हैं।
डॉ. रागिनी पाण्डेय ने “मोर छत्तीसगढ़ मिशन” और बस्तर के 3H मॉडल पर प्रकाश डाला। डॉ. महेंद्र सार्वा ने राज्य की सांस्कृतिक धरोहर पर चर्चा की। डॉ. गौतमी भतपहरी ने मेंटल हेल्थ पर्सपेक्टिव्स पर विचार रखते हुए कहा कि जिले स्तर पर काउंसलिंग सेवाओं को मजबूत करने की आवश्यकता है। वहीं डॉ. कीर्ति श्रीवास ने राज्य की ऊर्जा, महिला रोजगार और स्व-उद्यमिता संबंधी संभावनाओं पर बात रखी।
इस अवसर पर खेल विभाग के क्रीड़ाधिकारी डॉ. कर्मिष्ट शंभरकर के संयोजन में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की संयोजक डॉ. प्रीति कंसारा ने उच्च शिक्षा की भूमिका पर जोर दिया। संचालन सह संयोजक डॉ. कल्पना मिश्रा और आभार प्रदर्शन डॉ. रितु मारवाह ने किया।
कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के प्राध्यापकगण डॉ. जया तिवारी, डॉ. वैभव आचार्य, डॉ. अनुभा झा, डॉ. रेखा दीवान, डॉ. अलका वर्मा, मंजू कोचे, कविता ठाकुर, प्रीति जायसवाल, प्रतिभा साहू, ज्योति मिश्रा, संध्या ठाकुर एवं अन्य उपस्थित रहे।
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