TNR न्यूज़, पंचांग: 20 सितंबर 2025, शनिवार।
पंचांग (Panchang) हिंदू कैलेंडर का एक महत्वपूर्ण भाग है, जो किसी भी दिन के शुभ-अशुभ समय, ग्रहों की स्थिति और धार्मिक घटनाओं की जानकारी देता है। यह वैदिक ज्योतिष पर आधारित होता है और इसे पांच प्रमुख अंगों से मिलकर बनाया जाता है।
आज भाद्रपद मास, शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि है। यह दिन धार्मिक दृष्टि से विशेष माना जाता है, क्योंकि अगले दिन भाद्रपद पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा। शनिवार को चतुर्दशी होने से शिव-पूजन, शनिदेव उपासना तथा पितरों के निमित्त तर्पण शुभ माने जाते हैं।
पंचांग विवरण
वार – शनिवार
तिथि – चतुर्दशी (शुक्ल पक्ष)
नक्षत्र – उत्तराभाद्रपद (अधिकांश दिन)
योग – व्यतीपात (दोपहर तक), इसके बाद वरियान
करण – शुक्ल, फिर नाग
सूर्योदय – प्रातः 06:05 बजे
सूर्यास्त – सायं 06:17 बजे
चन्द्रमा – मीन राशि में
राहुकाल – प्रातः 09:15 से 10:45 बजे तक
अभिजित मुहूर्त – 11:56 से 12:44 बजे तक
व्रत, पर्व और विशेष
चतुर्दशी को भगवान शिव की आराधना का विशेष महत्व है।
शनिवार को शनि उपासना, पीपल पूजन, तेल का दान और हनुमान चालीसा पाठ शुभ फल देते हैं।
पितरों के लिए तर्पण व श्राद्ध करने से पुण्य की वृद्धि मानी जाती है।
शुभ मुहूर्त
विवाह, गृहप्रवेश, वाहन क्रय, नवीन कार्यारंभ हेतु दोपहर 12:00 से 2:30 बजे तक का समय अनुकूल है।
धार्मिक कार्य, जप-पाठ एवं पूजन पूरे दिन शुभ माने जाते हैं।
अशुभ समय
राहुकाल: 09:15 – 10:45 पूर्वाह्न
यमगण्ड: 01:45 – 03:15 अपराह्न
गुलिक काल: 06:05 – 07:35 पूर्वाह्न
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