पंचांग: पारायण में इस भगवान का करें पूजन! ध्यान रहे मुहूर्त का विशेष…TNR न्यूज़

TNR न्यूज़, पंचांग: 18 सितंबर 2025 – गुरुवार, द्वादशी का पंचांग

पंचांग (Panchang) हिंदू कैलेंडर का एक महत्वपूर्ण भाग है, जो किसी भी दिन के शुभ-अशुभ समय, ग्रहों की स्थिति और धार्मिक घटनाओं की जानकारी देता है। यह वैदिक ज्योतिष पर आधारित होता है और इसे पांच प्रमुख अंगों से मिलकर बनाया जाता है।

 

तिथि व वार

18 सितंबर 2025, गुरुवार। भाद्रपद मास, शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि प्रातः 5:48 बजे तक रहेगी, उसके बाद त्रयोदशी प्रारंभ होगी। यह दिन धार्मिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है।

 

सूर्योदय व सूर्यास्त

सूर्योदय – प्रातः 6:02 बजे

सूर्यास्त – सायं 6:14 बजे

 

चन्द्रमा व नक्षत्र

चन्द्रमा – कुंभ राशि में

नक्षत्र – शतभिषा, जो दोपहर 1:25 बजे तक रहेगा, उसके बाद पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र प्रारंभ होगा।

 

योग व करण

योग – शुभ योग विष्कुम्भ दोपहर तक, फिर प्रीति योग।

करण – बव एवं बालव।

 

शुभ मुहूर्त

ब्रह्म मुहूर्त – 4:30 से 5:18 बजे तक

अभिजीत मुहूर्त – 11:54 से 12:42 बजे तक

विवाह, गृह प्रवेश, वाहन क्रय जैसे मांगलिक कार्य दोपहर तक श्रेष्ठ माने जाएंगे।

 

अशुभ / राहुकाल

राहुकाल – दोपहर 1:30 से 3:00 बजे तक। इस समय नए कार्य आरंभ न करें।

यमगण्ड – प्रातः 6:02 से 7:35 बजे तक।

 

व्रत, त्योहार व विशेष

वामन द्वादशी व्रत आज मनाया जाएगा, भगवान विष्णु के वामन स्वरूप की पूजा का महत्व है।

तुलसी पूजन व दान का विशेष पुण्यफल मिलेगा।

समुद्र मंथन से जुड़ी पौराणिक मान्यताओं के अनुसार यह तिथि धार्मिक स्नान व दान के लिए भी श्रेष्ठ है।

 

दैनिक सुझाव

ध्यान, दान और स्वच्छता पर ध्यान दें। यात्रा से पहले शुभ मुहूर्त देखें, राहुकाल में कार्य आरंभ न करें।

Post Comment

You May Have Missed