TNR न्यूज़, रायपुर। राज्य विधानसभा में सोमवार को स्कूली छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति में देरी का मामला जोर-शोर से उठा। कांग्रेस विधायक चातुरी नंद ने पिछले वर्षों में समय पर छात्रवृत्ति न मिलने का मुद्दा उठाते हुए सरकार से जवाब मांगा। उन्होंने कहा कि छात्रवृत्ति वितरण में देरी से गरीब एवं जरूरतमंद छात्रों को शिक्षा में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
इस पर जवाब देते हुए राज्य के शिक्षा मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि छात्रवृत्ति का भुगतान मार्च से मार्च तक वितरित किया जाता है। उन्होंने बताया कि बजट पारित होने के बाद जल्द ही छात्रवृत्ति का वितरण किया जाएगा। हालांकि, विधायक चातुरी नंद ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा कि मार्च में छात्रवृत्ति मिलने से छात्रों को समय पर लाभ नहीं मिलता।
छात्रवृत्ति के कम भुगतान पर भी उठे सवाल
विधायक चातुरी नंद ने केवल देरी ही नहीं, बल्कि छात्रवृत्ति की राशि कम मिलने का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कई छात्रों को निर्धारित राशि से कम भुगतान किया जाता है, जिससे उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इस पर मंत्री नेताम ने स्पष्ट किया कि छात्रवृत्ति की राशि राज्यांश और केंद्रांश से मिलकर दी जाती है, और कई बार केंद्रांश में देरी होने से भुगतान में विलंब हो जाता है।
स्पीकर ने दिया निर्देश, सरकार ने दिया आश्वासन
चर्चा के दौरान विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने मंत्री को निर्देश दिए कि छात्रवृत्ति का भुगतान तीन माह के भीतर सुनिश्चित किया जाए ताकि छात्रों को समय पर इसका लाभ मिल सके। इसके जवाब में मंत्री रामविचार नेताम ने सदन में भरोसा दिलाया कि अब से छात्रवृत्ति का भुगतान तीन माह के भीतर पूरा कर दिया जाएगा।
सरकार के इस आश्वासन से छात्रों को राहत मिलने की उम्मीद है, लेकिन यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह वादा जमीनी स्तर पर कितना प्रभावी साबित होता है।