
TNR न्यूज़, बिलासपुर (छत्तीसगढ़)।
न्यायधानी के कोटा थाना क्षेत्र से एक शर्मनाक मामला सामने आया है, जहां एक मां अपनी लापता नाबालिग बेटी को खोजने की गुहार लेकर थाने के चक्कर काटती रही, लेकिन मदद करने की बजाय उसे रिश्वत देने के लिए मजबूर किया गया। थाने में पदस्थ एएसआई हेमंत पाटले ने महिला से बेटी को राजस्थान से लाने के नाम पर 20 हजार रुपये की मांग कर डाली।
जानकारी के मुताबिक, कोटा क्षेत्र की एक 16 वर्षीय किशोरी चार महीने पहले लापता हो गई थी। परेशान मां ने खुद अपनी बेटी की तलाश की, लेकिन जब कोई सुराग नहीं मिला तो उसने थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की और कुछ समय बाद पता चला कि नाबालिग लड़की राजस्थान में है।
बेटी का सुराग लगने के बाद भी जब कार्रवाई में तेजी नहीं आई, तो महिला बार-बार पुलिस अधिकारियों से गुहार लगाने लगी। इसी दौरान एएसआई हेमंत पाटले ने महिला से कहा कि राजस्थान जाकर लड़की को लाने में खर्चा आएगा और इसके लिए 20 हजार रुपये देने होंगे। एएसआई ने तर्क दिया कि उसे और उसके साथ तीन अन्य पुलिसकर्मियों को वहां रहने-खाने का इंतजाम करना होगा।
लाचार मां ने किसी तरह पैसों का इंतजाम कर एएसआई को रकम थमा दी। हालांकि इस दौरान महिला ने अपने बेटे को पैसे देते समय वीडियो बनाने के लिए कहा था, लेकिन बेटे के अनुसार, पुलिसकर्मी ने उसे वहां से भगा दिया, जिससे पैसे देने का स्पष्ट वीडियो नहीं बन पाया।
बाद में, इस घटनाक्रम से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें महिला अपने बेटे से पूछती नजर आ रही है कि पैसे देते समय वीडियो बनाया या नहीं। वायरल वीडियो को गंभीरता से लेते हुए बिलासपुर एसएसपी रजनेश सिंह ने तत्काल कार्रवाई की। उन्होंने एएसआई हेमंत पाटले को सस्पेंड कर लाइन अटैच कर दिया है।
एसएसपी ने साफ कहा कि पुलिस विभाग में इस तरह की अनियमितता और भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। फिलहाल मामले की विस्तृत जांच जारी है और दोषी पर आगे भी कड़ी कार्रवाई तय मानी जा रही है।