
TNR News, Raipur।
देशभर में प्रतियोगी परीक्षाओं की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करने वाले NEET पेपर लीक मामले में पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। करीब 18 महीनों से फरार चल रहे मुख्य आरोपी संजीव मुखिया को आखिरकार पुलिस ने पकड़ लिया है। संजीव मुखिया को उसकी गर्लफ्रेंड के पटना के दानापुर इलाके स्थित आरएन हाइट्स अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया गया।
सूत्रों के मुताबिक, मुखिया की गिरफ्तारी के लिए कई राज्यों में लगातार छापेमारी हो रही थी, लेकिन वह पुलिस को चकमा देकर बचता रहा। इसी दौरान जांच एजेंसियों को उसके गर्लफ्रेंड से संपर्क में रहने का इनपुट मिला। इसी कड़ी को पकड़ते हुए पुलिस ने दानापुर में उसे घेराबंदी कर दबोच लिया।
नेपाल में ले रहा था शरण, फिर रच रहा था नई साजिश
गिरफ्तारी के बाद हुई पूछताछ में संजीव मुखिया ने खुलासा किया कि फरारी के दौरान वह नेपाल में छिपा हुआ था। नेपाल से वह अपने नेटवर्क के जरिए भारत में कई परीक्षाओं के पेपर लीक कराने की गतिविधियों में सक्रिय रहा। इस बार भी वह NEET 2024 परीक्षा के पेपर को लीक करने की योजना बना रहा था, लेकिन पुलिस ने समय रहते उसे पकड़कर उसकी साजिश पर पानी फेर दिया।
ह्यूमन इंटेलिजेंस से मिली सफलता
संजीव मुखिया काफी सतर्कता बरत रहा था। वह जिस मोबाइल का इस्तेमाल कर रहा था, वह किसी और व्यक्ति के नाम से खरीदा गया था, जिससे उसकी डिजिटल लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल हो गया था। ऐसे में पुलिस ने तकनीकी निगरानी के बजाय ह्यूमन इंटेलिजेंस पर भरोसा किया। लोकल नेटवर्क और जमीनी सुरागों के आधार पर आखिरकार उसकी सही लोकेशन का पता लगाकर ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। चार घंटे तक चले इस ऑपरेशन के बाद उसे गर्लफ्रेंड के साथ हिरासत में लिया गया।
कोर्ट से 36 घंटे की रिमांड, बड़े खुलासों की उम्मीद
गिरफ्तारी के बाद आर्थिक अपराध शाखा (EOU) ने संजीव मुखिया को कोर्ट में पेश किया। एजेंसी ने पांच दिन की रिमांड की मांग की थी, लेकिन फिलहाल कोर्ट ने 36 घंटे की रिमांड मंजूर की है। इस दौरान उससे गैंग के नेटवर्क, पेपर लीक में शामिल अन्य लोगों और पूरे रैकेट के कामकाज को लेकर गहन पूछताछ की जाएगी।
जांच एजेंसियों को उम्मीद है कि संजीव मुखिया से मिली जानकारियां देशभर में प्रतियोगी परीक्षाओं में हो रहे गड़बड़ी के गहरे नेटवर्क का पर्दाफाश कर सकती हैं। साथ ही यह भी सामने आ सकता है कि किन-किन राज्यों और एजेंसियों के भीतर तक उसका प्रभाव था।