
TNR न्यूज़, कोरबा।
जिले के उरगा थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित बेचुल भाटा गांव में उस समय हड़कंप मच गया जब अवैध शराब के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंची पुलिस टीम को ग्रामीणों ने घेर लिया और कथित तौर पर बंधक बना लिया। यह घटना मंगलवार को उस वक्त हुई जब पुलिस गांव में छापेमारी कर रही थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पुलिस को गांव में अवैध शराब बनाने और बेचने की सूचना मिली थी। इसी सूचना के आधार पर उरगा थाने की टीम ने गांव में दबिश दी और तलाशी के दौरान एक ग्रामीण के घर से करीब साढ़े चार लीटर महुआ शराब जब्त की। पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर थाने ले जाने की तैयारी कर रही थी, तभी अचानक बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
ग्रामीणों ने पुलिस की कार्रवाई को पक्षपातपूर्ण बताते हुए आरोप लगाया कि पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारी शराब की मात्रा को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाते हैं और ग्रामीणों को झूठे मामलों में फंसाने की धमकी देते हैं। इतना ही नहीं, ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि कार्रवाई न करने के एवज में रिश्वत की मांग की जाती है।
स्थिति को बिगड़ता देख मौके पर मौजूद पुलिस टीम ने तत्काल उच्च अधिकारियों को सूचित किया। सूचना मिलते ही दर्री सीएसपी प्रशिक्षु विमल पाठक, कुसमुंडा थाना प्रभारी रूपक शर्मा तथा अन्य पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे और ग्रामीणों को समझाइश देने की कोशिश की।
करीब दो घंटे के मशक्कत के बाद ग्रामीणों को शांत कराया गया और पुलिस की घिरी हुई टीम को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इस दौरान गांव में तनावपूर्ण माहौल बना रहा लेकिन स्थिति को नियंत्रण में ले लिया गया।
पुलिस विभाग ने मामले की जांच के संकेत दिए हैं और कहा है कि ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोपों की सत्यता की भी जांच की जाएगी। फिलहाल गांव में शांति बनी हुई है और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि दोबारा कोई अप्रिय स्थिति न बने।